Thursday, December 19th, 2024

देखिए आज का कैलेंडर, जानिए बुधवार का शुभ मुहूर्त और पूजा का समय…

आज बुधवार है। ब्रह्म मुहूर्त, विजय मुहूर्त, अमृतकल, निशिता मुहूर्त का विचार कर भगवान की पूजा करें। शुभ मुहूर्त में महत्वपूर्ण कार्य सुनिश्चित करना चाहिए। भारतीय वैदिक ज्योतिष के अनुसार उपरोक्त सभी क्षण शुभ मुहूर्त के अंतर्गत आते हैं।

साथ ही राहुकाल, अदल योग, गुलिल काल, वर्णाय, यमगंद, दुर्मुहूर्त और भद्रा जैसे अशुभ योग माने जाते हैं। इससे बचने के लिए महत्वपूर्ण कार्यों को सही समय पर तय करना होगा।

आज चे पंचांग 20 अप्रैल 2022
तिथि: चतुर्थी

आज का युद्ध: बुधवार

आज की पार्टी: कृष्णा पार्टी

शक संवत: 1944

विक्रम संवत: 2079

गुजराती संवत: 2078

चंद्र मास: वैशाख-पूर्णिमा में

: चैत्र- अमंती

आज सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रोदय का समय है
सूर्योदय: सुबह 05:51।
सूर्यास्त: शाम 6:50 बजे।
चंद्रोदय : रात 11 बजे।
चंद्रोदय: सुबह 8:24 बजे। (अप्रैल 21)

दिनांक : 4: अपराह्न 01 से 52 मिनट तक।
पंचमी:
नक्षत्र: जेष्ठ: रात 11 बजे से 41 मिनट तक।
: मूल-

आज का करण: बलव- दोपहर 01:52 बजे।
: कौलव: दोपहर 12:31 (21 अप्रैल)
: तैतिलि

आज का योग : वेरियन दोपहर 1 बजे से 52 मिनट तक।
परिधि
बुधवार: बुधवार

आज चे शुभ मुहूर्त
ब्रह्मराह मुहूर्त: 23 मिनट 23 मिनट से 05 मिनट 07 मिनट.
सुबह: सुबह 04:45 से 05:51 बजे तक।
अभिजीत मुहूर्त: नहीं।
विजय क्षण: दोपहर 2:30 बजे से दोपहर 3:22 बजे तक
गोधूलि क्षण: शाम 06:37 से शाम 07:01 बजे तक।
अमृतकल: दोपहर 3:36 बजे से शाम 5:05 बजे तक।
निशिता मोमेंट: रात 11:58 बजे से 12:42 बजे तक (21 अप्रैल)

आज चे आशुभ योग
ठहरने का समय: दोपहर 12:20 बजे से दोपहर 1:58 बजे तक।
यमगंद : सुबह 7:28 से सुबह 9:06 बजे तक।
गुंड मूल: दिन भर।
गुलिक समय: रात 10:43 बजे से दोपहर 12:20 बजे तक।
बचें: 06:47 AM से 08:16 PM
पल: सुबह 11:54 से रात 11:41 बजे तक।