Saturday, April 20th, 2024

इस झील में आज भी दिखाई देते है भगवान शिव के शेषनाग!

भारत में एक ऐसी झील स्थित है, जिसके बारे में सुन कर आपको बहुत हैरानी होगी। यह झील जम्मू और कश्मीर में अमरनाथ गुफा के समीप स्थित है। पहलगाम से इसकी दूरी करीब 32 किमी. और चंदनबाड़ी से लगभग 16 किमी. है।

यह झील करीब डेढ़ किमी. की लंबाई में फैली हुई है। अमरनाथ यात्रा में शेषनाग झील का धार्मिक महत्त्व है। सर्दियों में यह झील जम जाती है और यहां तक पहुंचना मुश्किल हो जाता है।

किंवदंतियों के अनुसार इस झील में शेषनाग का वास है और वे दिन में एक बार झील के बाहर दर्शन देते हैं परंतु यह दर्शन खुशनसीबों को ही प्राप्त होते हैं। कहा जाता है कि जब भोलेनाथ माता पार्वती को अमर कथा सुनाने के लिए लेकर जा रहे थे, तो उन्होंने अपने सांपों-नागों को अनंतनाग में, नंदी को पहलगाम में, चंद्रमा को चंदनबाड़ी में और शेषनाग को इस झील में छोड़ दिया था।

भोलेनाथ नहीं चाहते थे कि इस कथा को कोई और सुने क्योंकि कोई दूसरा इस कथा को सुन लेता, तो वह अमर हो जाता और सृष्टि का मूल सिद्धांत गड़बड़ हो जाता इसलिए भगवान शिव ने शेषनाग को झील में छोड़ दिया था। ताकि कोई इस झील को पार करके आगे न जा पाए। माना जाता है कि आज भी शेषनाग झील के पानी में दिखाई देते हैं।