देश के सात करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं
भारत को विश्व में डायबिटीज की राजधानी माना जाता है
3553 महिलाओं में पाए गए टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण
डायबिटीज आज कल एक आम समस्या बनती जा रही है। देश के सात करोड़ लोग इस बीमारी से पीड़ित हैं। भारत को विश्व में डायबिटीज की राजधानी माना जाता है। यह खान-पान और रहन-सहन से जुड़ी बीमारी है। डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए जीवन भर जीवनशैली पर नियंत्रण की आवश्यकता होती है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, यदि आप प्री-डायबिटिक हैं, तो जीवनशैली में बदलाव आपको टाइप 2 डायबिटीज से राहत दिलाने में मदद कर सकता है। खराब लाइफस्टाइल के अलावा कुछ और चीजें भी इस बीमारी के खतरे को बढ़ा सकती हैं। आपका ब्लड ग्रुप ऐसा ही एक कारण है। यूरोपियन एसोसिएशन के जर्नल ऑफ डायबेटोलॉजी में प्रकाशित 2014 की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि गैर-ओ रक्त प्रकार वाले लोगों में ओ-रक्त प्रकार की तुलना में टाइप 2 डायबिटीज विकसित होने का अधिक जोखिम होता है। अध्ययन, जिसमें 80,000 महिलाओं को देखा गया, ने रक्त के प्रकार और टियर 2 डायबिटीज के जोखिम के बीच संबंधों को देखा। इसमें पाया गया कि 3553 महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण थे और यह भी पाया गया कि गैर-प्रकार के रक्त वाले लोगों में डायबिटीज विकसित होने का खतरा अधिक था। अध्ययन में पाया गया कि ओ ब्लड ग्रुप वाली महिलाओं की तुलना में उस ब्लड ग्रुप वाली महिलाओं में टाइप 2 डायबिटीज होने का खतरा 10 प्रतिशत अधिक था। इसलिए B ब्लड ग्रुप वाली महिलाओं में O ब्लड ग्रुप वाली महिलाओं की तुलना में डायबिटीज होने की संभावना 21 प्रतिशत अधिक होती है।