Monday, April 29th, 2024

नसों को स्वस्थ रखेंगे ये 5 फूड्स, रक्त प्रवाह को सुचारू रखेंगे और कोलेस्ट्रॉल को करेंगे दूर

मुंबई : हमारे शरीर का पूरा सर्कुलेटरी सिस्टम नसों पर ही निर्भर करता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि पूरे शरीर में 96 हजार किलोमीटर नसों का जाल फैला हुआ है। नसों के माध्यम से ही पूरे शरीर में हर कोशिका को रक्त और ऑक्सीजन की आपूर्ति की जाती है। रक्त के माध्यम से पोषक तत्व हर अंग में पहुंचते हैं।

अगर किसी अंग के पास नसों में दिक्कत हो तो वहां पोषक तत्व और ऑक्सीजन मिलने में दिक्कत होती है। नतीजा यह होगा कि अंग ही काम करना बंद कर देंगे। इसलिए नसों की कमजोरी को कभी भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। कुछ ऐसे पदार्थ हैं, जिनका उपयोग तंत्रिका कमजोरी को दूर करने के लिए किया जा सकता है।

कमजोर नसों के कारण क्या समस्याएं होती हैं?

अक्सर लोग नसों में कमजोरी को नजरअंदाज कर देते हैं। उन्हें लगता है कि नसों की कमजोरी से कुछ नहीं होता। लेकिन अगर नसों में कमजोरी हो तो शरीर के अलग-अलग हिस्सों में ऑक्सीजन नहीं पहुंच पाती है। जिससे कई बीमारियां हो सकती हैं। नसों की कमजोरी से बहुत थकान होती है और कोई भी शारीरिक कार्य करने की ताकत नहीं होती है।

ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाएगा। शिराओं के कमजोर होने से वैरिकाज़ नसें, गहरी शिरा थ्रोम्बोफ्लिबिटिस, शिरापरक अल्सर, धमनी फिस्टुला जैसी गंभीर बीमारियाँ हो सकती हैं। इसलिए नसों को कमजोर नहीं होना चाहिए। इसके लिए विशेषज्ञों की सलाह से ही इन चीजों का सेवन करना चाहिए।

कमजोर नसों से छुटकारा पाने के लिए खाएं ये चीजें

1. विटामिन सी: नसों को मजबूत बनाने के लिए विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके लिए रोजाना फूलगोभी, पत्तागोभी, स्ट्रॉबेरी, अनानास, पत्तेदार सब्जियां, अंकुरित अनाज, संतरा, शिमला मिर्च आदि का सेवन करें।

2. विटामिन ई : कमजोर नसों को पुनर्जीवित करने के लिए विटामिन ई से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। मेवे, बीज, एवोकैडो, जैतून का तेल, कद्दू, आम, मछली में पर्याप्त मात्रा में विटामिन ई होता है।

3. रुटिन फूड: रूटिन फूड आपके लिए एक नया शब्द हो सकता है, लेकिन रूटिन फूड ऐसा फूड है, जो फ्लेवोनॉयड्स से भरपूर होता है और कलरफुल होता है। बेर की तरह। इस प्रकार के फल में सूजन को कम करने की क्षमता होती है। इसके साथ ही अनाज, सेब के छिलके, शतावरी, ग्रीन टी, खट्टे फल आदि में कई फ्लेवोनॉयड्स पाए जाते हैं।

4. फाइबर फाइबर सिर्फ पाचन के लिए ही नहीं बल्कि तंत्रिकाओं की मजबूती के लिए भी बहुत जरूरी है। इसीलिए फाइबर युक्त आहार जैसे दलिया, ब्राउन राइस, हरी पत्तेदार सब्जियां, फूलगोभी, एवोकाडो, चिया सीड्स, दाल आदि का सेवन करना चाहिए।