Thursday, November 14th, 2024

होली पर बनेगा राजयोग, जानिए शनि-शुक्र मिलन का प्रभाव

गजकेसरी, वृष्ठ और केदार नाम के तीन राजयोग बनेंगे

रंगों का त्योहार होली नजदीक आ रहा है। इस बार होलिका दहन 17 मार्च और धुलेती 18 मार्च को है। होली के दिन ग्रहों और नक्षत्रों की स्थिति से शुभ योग बनता है। यदि इस वर्ष ग्रहों की स्थिति की बात करें तो गजकेसरी, वृष्ट और केदार नाम के तीन राजयोग बन रहे हैं। होली के दिन ग्रहों का ऐसा पहला संयोग होने जा रहा है। ज्योतिषियों के अनुसार इन शुभ योगों में होलिका दहन करना शुभ रहेगा। ये शुभ योग मान-सम्मान, पारिवारिक सुख-समृद्धि में वृद्धि कर सकते हैं।

होलिका दहन गुरुवार 17 मार्च को है। गुरुवार को बृहस्पति को समर्पित दिन माना जाता है। बृहस्पति और चंद्रमा के संबंध के कारण इस दिन गजकेसरी योग बनेगा। इसके साथ ही ज्येष्ठ और केदार योग भी रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार होलिका दहन पर पहली बार ये तीन शुभ योग बनने जा रहे हैं। होलिका दहन पर ग्रहों की स्थिति शत्रुओं पर विजय और रोगों से मुक्ति दिलाएगी।

पूर्वा फाल्गुन के नक्षत्र में होलिका दहन

14 मार्च से वसंत ऋतु शुरू हो गई है। शुक्र ग्रह को इस ऋतु का स्वामी माना जाता है। होलिका दहन शुक्र के शासित पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र में होगा। शुक्र को सुख, सुविधा, धन, समृद्धि, सुख और शुभता का कारक माना गया है। फाल्गुन मास के स्वामी शनिदेव हैं। शुक्र और शनि के बीच मित्रता का भाव है। ये दोनों ग्रह मकर राशि में मिलेंगे। ग्रहों का यह संयोग लोगों के जीवन पर शुभ प्रभाव डालेगा।

होलिका दहन 2022 मुहूर्त – 09:06 PM to 10:16 PM

धूल भरा द्वि घातुमान उत्सव

रंगारंग होली शुक्रवार 18 मार्च 2022 को मनाई जाएगी।

भद्रा की शुरुआत – रात 09:06 बजे से रात 10:16 बजे तक

भद्रा का मुख – रात 10:16 से 12:13 पूर्वाह्न, 18 मार्च