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लड़कियों को बचपन से ही बनाएं आत्मनिर्भर, पढ़ाई के साथ सिखाएं ये जरूरी बातें

मुंबई, 24 मार्च: आज के दौर में लड़कियां भी पीछे नहीं रह गई हैं। पढ़ाई से लेकर करियर बनाने तक हर काम में लड़कियां बढ़-चढ़कर हिस्सा लेती नजर आती हैं। वहीं, माता-पिता भी अपनी बेटियों को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। ऐसे में माता-पिता बालिका को बचपन से ही कुछ बातें समझाकर भविष्य में कन्या को स्वावलंबी बना सकते हैं।

वास्तव में कुछ के अनुसार लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए केवल अच्छी शिक्षा ही काफी है। लेकिन असल में जीवन में कुछ बुनियादी चीजें भी लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने का काम करती हैं। वहीं बाल्यावस्था से ही लड़कियों में कौशल विकास न केवल लड़कियों के व्यक्तित्व को निखारता है बल्कि भविष्य में उनकी सफलता का मार्ग भी प्रशस्त करता है। तो आइए जानते हैं लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के कुछ टिप्स।

परवाह करना सीखो

बालिकाओं को कम उम्र में ही आत्मनिर्भर बनाने की पहल करें। जी हां, लड़कियों को कम उम्र से ही अपना ख्याल रखना सिखाएं। क्योंकि लड़कियां खुद पर ध्यान देकर ही सफलता की राह तय कर सकती हैं।

जीवन में महत्वपूर्ण निर्णय लेना सीखें

लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए खुद निर्णय लेना सिखाएं। इससे लड़कियां अपने फैसलों के लिए दूसरों पर निर्भर नहीं रहेंगी और अपने जीवन के सभी अहम फैसले खुद लेना सीखेंगी।

लड़कियों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करें

जब लड़कियां अपने फैसले खुद करना सीख जाती हैं। इसलिए स्वाभाविक तौर पर इस दौरान उनके कुछ फैसले गलत भी हो सकते हैं। ऐसे हालात में लड़कियों को हर कदम सोच समझकर उठाने के लिए प्रोत्साहित करें और जीवन में आगे बढ़ने के लिए अतीत से सीख लें।

अधिकारों के लिए लड़ना सीखो

कई बार समाज या परिवार के दबाव के चलते ज्यादातर लड़कियां अपनी जिंदगी से समझौता कर लेती हैं। ऐसे में लड़कियों को रिश्तों की इज्जत करना जरूर सिखाएं। लेकिन साथ ही उन्हें अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाने के लिए प्रोत्साहित करना न भूलें।

लड़कियों को उनकी आजादी जीने दो

कुछ माता-पिता आमतौर पर अपनी बेटियों को लाड़ प्यार करते हैं और उन्हें अपनी आंखों के सामने चाहते हैं। ऐसे में ज्यादातर लड़कियों को अकेले बाहर जाने की आजादी नहीं होती है. इसलिए लड़कियों को दुनिया की ज्यादा समझ नहीं होती है। इसलिए लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उन्हें लड़कों की तरह घूमने-फिरने की आजादी देने की कोशिश करें।

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