दैनिक जीवनशैली, खान-पान आदि के कारण दुनिया भर में मधुमेह के रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। पहले सिर्फ बुजुर्गों को प्रभावित करने वाली यह बीमारी अब युवाओं को भी अपनी चपेट में लेने लगी है। मधुमेह में, शरीर में इंसुलिन का प्रभावी ढंग से उत्पादन या उपयोग करने में असमर्थता के कारण रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है। जब रक्त शर्करा का स्तर बार-बार बढ़ता है तो पैरों सहित कई अंग लक्षण दिखाते हैं। तो आइए जानें कि डायबिटीज बढ़ने पर पैरों में क्या लक्षण दिखाई देते हैं।
झुनझुनी: जैसे-जैसे मधुमेह बढ़ता है, पैरों में झुनझुनी, जलन, सुन्नता महसूस होती है। इसके अलावा, मरीजों को पैरों पर घाव ढूंढने में भी कठिनाई होती है। साथ ही अगर इन लक्षणों को नजरअंदाज किया जाए तो संक्रमण और अल्सर का भी खतरा रहता है।
अपर्याप्त रक्त आपूर्ति: उच्च रक्त शर्करा का स्तर रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है। जिसके कारण पैरों में रक्त संचार कम हो जाता है और पैरों में ऐंठन, पैरों में दर्द और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस होते हैं। यदि उपचार न किया जाए, तो पीएडी गैंग्रीन और यहां तक कि अंग-विच्छेदन जैसी गंभीर जटिलताओं का कारण बन सकता है।
पैर के अल्सर: न्यूरोपैथी और खराब परिसंचरण के कारण पैर में अल्सर हो सकता है। इसलिए ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें और इलाज कराएं।
शुष्कता और दरार: जैसे-जैसे मधुमेह बढ़ता है, त्वचा शुष्क और फटी हुई हो सकती है। इसके अलावा, मरीजों को अक्सर पैरों पर फंगल या बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा होता है।
लालिमा और सूजन: मधुमेह अक्सर कमजोर हड्डियों और जोड़ों के दर्द का कारण बनता है। इससे पैर में फ्रैक्चर या मोच आ सकती है।