Friday, November 15th, 2024

Author: News Bureau news

माता मनसा देवी: प्रसिद्ध शक्तिपीठ का इतिहासिक महत्व

हरियाणा के ज़िला अम्बाला में  पंजाब हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ से लगभग 9 किलोमीटर दूर ऐतिहासिक नगर मनीमाजरा के निकट शिवालिक गिरिमालाओं की प्रथम शृंखला पर सुशोभित माता मनसा देवी का वह सिद्ध स्थान...

रेप केस: दाती महाराज की मुश्किलें बढ़ी

साकेत कोर्ट ने बलात्कार के आरोपों से घिरे दाती महाराज के खिलाफ सर्च वारंट जारी किया है. दरअसल जब से दाती महाराज पर उन्हीं की एक शिष्या ने बलात्कार की FIR दर्ज कराई है, तब...

धूल और प्रदूषण का असर ऐसे हो सकता है कम …

एयर पलूशन के साइड इफेक्ट से मास्क और एयर प्योरिफायर कितना बचा बाते हैं इस बात को लेकर डॉक्टर्स में भी असमंजस है। हालांकि यह प्रदूषण सेहत के लिए बेहद खतरनाक है इसमें कोई...

सच्ची कहानी, “इबादत व बख्श”

हजरत अबुल हसन खिरकानी दसवीं-ग्यारहवीं शताब्दी के एक बहुत महान सूफी संत हुए हैं। यह घटना उनके जीवन से संबंधित है। एक बार उनकी माता जी बीमार पड़ गईं। हजरत अबुल हसन खिरकानी साहब...

जानिए, हिन्दू धर्म में ‘नमस्ते’ का क्या है महत्व

हिन्दू धर्म के लोग जब किसी से मिलते हैं तो ‘नमस्ते’ या ‘नमस्कार’ करके एक दूसरे का अभिवादन करते हैं। लेकिन बहुत कम लोगों को यह पता होता है कि वह नमस्ते क्यूं करते...

मुस्लमान 14 जून को देखें ईद का चांद : शाही इमाम पंजाब

लुधियाना| आज यहां पंजाब के दीनी मरकज जामा मस्जिद लुधियाना से पंजाब के शाही इमाम व रूअते हिलाल कमेटी पंजाब (चांद देखने वाली कमेटी) के अध्यक्ष मौलाना हबीब-उर-रहमान सानी लुधियानवी ने पंजाब भर के...

लखनऊ में एसजीपीसी करेगी धर्म प्रचार

अमृतसर | शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी धर्म प्रचार लहर के तहत उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भी करेगी धर्म प्रचार। लखनऊ के आलमबाग इलाके में स्थित गुरुद्वारा में इसका आगाज 20 जून को...

देश में एक मंदिर ऐसा भी, जहां महिला पंडित कराती हैं पूजा..

अहिल्‍या के मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालू पहुंचते हैं. ये मंदिर वहीं है, जहां भगवान राम ने अहिल्‍या का उद्धार किया था. कहां है ये मंदिर  दरभंगा के कमतौल स्थित अहिल्या स्थान...

यह है गणेश जी का सबसे मंगलकारी स्वरूप …

गणेश जी के मुख्य रूप से आठ स्वरुप माने जाते हैं. इन स्वरूपों में जीवन की हर समस्या का समाधान मौजूद रहता है. अष्टविनायक स्वरुप में “सिद्धि विनायक” सबसे ज्यादा मंगलकारी माने जाते हैं....

जब गुरु नानक देव जी की कृपा से लोगों को मिला था मीठा जल, जानिए इस गुरुद्वारा साहिब का इतिहास 

वैसे तो हर गुरुद्वारा अपने आप में खास है लेकिन आज हम आपको उस गुरुद्वारे के बारे में बताएंगे जिसकी स्थापना खुद गुरुनानक साहेब ने की थी. जब 1505 में गुरुनानक जी पहली बार...