हमारे देश में कई त्यौहार और उत्सव हैं जो बहुत ही धूमधाम से मनाए जाते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार होली एक ऐसा ही महत्वपूर्ण और उत्साहपूर्ण त्योहार है। फाल्गुन मास की पूर्णिमा के बाद दूसरे दिन मनाया जाने वाला धूलिवंदन लोगों के जीवन में कई रंग लाता है। इससे पहले फाल्गुन पूर्णिमा की रात को होली जलाई जाती है। इस साल होली दहन गुरुवार 17 मार्च को होगा। धूलिवंदन शुक्रवार 18 मार्च को खेला जाएगा। ध्यान दें कि लोग होलिकाष्टक के बाद कोई भी शुभ कार्य जैसे मुंडन, विवाह, गृह प्रवेश आदि नहीं करते हैं। होली से पहले होलिकाष्टक शुरू हो जाता है। हर महीने दो पार्टियां आती हैं। फाल्गुन मास के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि से होलिकाष्टक प्रारंभ होगा।
धार्मिक मान्यता के अनुसार होली से 8 दिन पहले भक्त प्रल्हाद को उसके पिता के आदेश पर प्रताड़ित किया गया था। इसलिए होलिकाष्टक के बाद कोई भी शुभ कार्य नहीं किया जाता है। हालांकि होली को बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक माना जाता है। इस दिन दुश्मन भी त्योहार की शोभा बढ़ाने के लिए आपस में रंग भरते हैं।
होली दहन का शुभ मुहूर्त
फाल्गुन पूर्णिमा को तिथि प्रारंभ – गुरुवार, 17 मार्च, 2022 दोपहर 1:29 बजे।
फाल्गुन पूर्णिमा का अंत – शुक्रवार, 18 मार्च, 2022 दोपहर 12:47 बजे।
होली दहन तिथि – 17 मार्च 2022 (फाल्गुन पूर्णिमा दिवस)
होली दहन शुभ मुहूर्त – गुरुवार 17 मार्च रात 9:06 बजे से रात 10:16 बजे तक
होली दहन का निश्चित समय – 01 घंटा 10 मिनट
(यहां दी गई तिथियां हिंदू कैलेंडर के अनुसार दी गई हैं)