वास्तु टिप्स: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हर व्यक्ति इतना व्यस्त हो गया है कि उसके सोने से लेकर जागने तक के काम करने का समय पूरी तरह से बदल गया है। अक्सर ऐसा होता है कि जिन कामों को सुबह करना होता है वो काम शाम को या रात में भी समय के अभाव में हो जाते हैं। लेकिन हर काम का एक निश्चित समय होता है और उसी के अनुसार किया जाए तो सही है। इन कामों में कपड़े धोना भी शामिल है। कई लोग दिन में समय की कमी के कारण रात में कपड़े धोते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार क्या ऐसा करना सही है? आज हम जानने जा रहे हैं कि आखिर वास्तु शास्त्र में इस बारे में क्या कहा गया है…
रात में कपड़े धोने के कई नुकसान –
वास्तु शास्त्र के अनुसार कपड़े हमेशा दिन में धोने चाहिए। दिन में कपड़े धोने से उन्हें अच्छी धूप और हवा मिलती है। अतः उनमें रहने वाले कीटाणु पूर्णतया नष्ट हो जाते हैं। वहीं दूसरी ओर रात में कपड़े धोना इसके विपरीत होता है। पर्याप्त धूप और हवा न मिलने के कारण रात में गीले कपड़ों पर सारे कीटाणु चिपक जाते हैं जो आगे चलकर कई तरह की बीमारियों को जन्म देते हैं। रात को बिना धुले कपड़े पहनने से बीमारी हो सकती है।
जीवन में आती है नकारात्मक ऊर्जा-
धार्मिक विद्वानों के अनुसार रात के समय वस्त्र उनमें नकारात्मक ऊर्जा के कीटाणुओं के रूप में प्रवेश कर जाते हैं। सुबह इन कपड़ों को पहनने के बाद वह नकारात्मक ऊर्जा व्यक्ति में प्रवेश कर जाती है और उसके बाद उसकी सारी क्रियाएं उलटने लगती हैं। ये जिस भी काम को करना चाहते हैं उसमें बाधा आती है जिससे व्यक्ति उदास रहने लगता है।
घर की सुख समृद्धि चली जाती है –
वास्तु विशेषज्ञों के अनुसार, संभव हो तो रात को कपड़े धोने से बचना चाहिए। यदि किसी कारण से दिन में समय न हो और रात को कपड़े धोने पड़ें तो उन्हें खुले में नहीं सुखाना चाहिए। ऐसा करने से सभी प्रकार के छोटे-छोटे कीटाणु उनमें चिपक जाते हैं जो बाद में मानव जीवन में अपना बहुत बड़ा नुकसान करते हैं। साथ ही घर में सुख-समृद्धि भी हमेशा के लिए चली जाती है।