आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब खान-पान और खराब सेहत के कारण डायबिटीज, ब्लड प्रेशर और दिल से जुड़ी कई बीमारियां पिछड़ रही हैं। थायराइड भी ऐसी ही एक समस्या है। अन्य बीमारियों की तुलना में थायराइड रोग के बाद दवाओं के साथ-साथ खान-पान पर भी अधिक ध्यान देने की जरूरत है। अगर आप थायराइड को नियंत्रित करने के लिए अपने आहार में कुछ जूस शामिल करते हैं तो यह आपके स्वास्थ्य के लिए अच्छा होगा।
थायराइड एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है जो तेजी से वजन बढ़ने या वजन घटाने का कारण बन सकती है। इस स्थिति में सिर्फ भूख ही नहीं बल्कि पेट से जुड़ी कई समस्याएं भी सामने आती हैं। खान-पान पर विशेष ध्यान देकर थायराइड की समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। इसलिए आज हम आपको एक ऐसे जूस के बारे में बताने जा रहे हैं जिसके इस्तेमाल से आप अपने थायरॉइड को कंट्रोल कर सकते हैं।
जलकुंभी का जूस पिएं
जलकुंभी का रस थायराइड के कारण होने वाले वजन को नियंत्रित करने के लिए अमृत हो सकता है। ऐसा करने के लिए दो कप जलकुंभी के पत्ते और 2 सेब को अच्छे से धो लें। – अब जूसर ग्राइंडर से जूस तैयार कर लें और उसमें 1 चम्मच नींबू का रस मिलाकर पी लें. इससे थायराइड की समस्या कम होने लगेगी और आपका वजन तेजी से घटेगा।
गाजर और बीटा जूस होगा फायदेमंद
यह थायराइड को नियंत्रित करने में काफी कारगर हो सकता है। इस जूस को बनाने के लिए एक-एक गाजर, चुकंदर, अनानास, सेब और अजवाइन के डंठल लें। इन सभी चीजों को अच्छी तरह धोकर छोटे छोटे टुकड़ों में काट कर जूस बना लें. इस जूस का नियमित सेवन थायराइड को नियंत्रित करने में मदद करता है। वहीं यह जूस शरीर में आयरन की कमी को पूरा कर खून को बढ़ाने में मदद करता है।
दूधिया कद्दू का रस है असरदार
दूध हरी सब्जी होने के साथ-साथ थायरॉइड का भी रामबाण इलाज है। खाली पेट दूध का जूस पीने से थायराइड को कंट्रोल करने में मदद मिलती है। यह जूस एनर्जी बूस्टर का काम करता है और शरीर में कमजोरी को भी कम करता है।
एक स्क्वैश छीलें, इसे कद्दूकस कर लें और रस निचोड़ लें। फिर दस पुदीने के पत्ते डालकर जूस बना लें। अब इसमें थोडा सा काला नमक मिलाकर पी लें।