Friday, November 22nd, 2024

आज भूम प्रदोष व्रत, जानिए शुभ मुहूर्त और पूजा-विधि

हिंदू कैलेंडर के अनुसार प्रदोष व्रत हर महीने के दोनों पक्षों में किया जाता है। प्रदोष व्रत में भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा की जाती है। आज कृष्णपक्ष की त्रयोदशी है। इसलिए शिव भक्त आज प्रदोष व्रत करेंगे। खास बात यह है कि इस बार प्रदोष व्रत मंगलवार को आता है, इसलिए इसे भूम प्रदोष व्रत कहा जाता है।

जैसा कि आप जानते ही होंगे कि भगवान शिव के भक्त भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए व्रत करते हैं। प्रदोष व्रत शिव शंकर को बहुत प्रिय है। इसलिए इस दिन शिव शंकर और माता पार्वती की पूजा की जाती है। पूरे दिन उपवास रखा जाता है। प्रदोष व्रत करने से महादेव की कृपा प्राप्त होती है। भोलेनाथ के भक्तों के जीवन की कठिनाइयां दूर होती हैं। उनकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।

हिंदू कैलेंडर के अनुसार, त्रयोदशी पर भगवान शिव की कृपा होती है। मंगलवार के दिन आने वाले प्रदोष व्रत को भूम प्रदोष कहते हैं।

त्रयदशी तिथि प्रारंभ – 29 मार्च 2022 (मंगलवार) दोपहर 2:38 बजे।
त्रयोदशी की समाप्ति – 30 मार्च 2022 (बुधवार) दोपहर 1:19 बजे।
पूजा का शुभ मुहूर्त- 29 मार्च 2022 (मंगलवार) शाम 6:37 से 8:57 बजे तक।

प्रदोष व्रत का महत्व
रवि प्रदोष व्रत – यह व्रत दीर्घायु और अच्छा स्वास्थ्य लाता है।
सोम प्रदोष व्रत – सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं।
भूम प्रदोष व्रत – असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है।
बुध प्रदोष व्रत – इस दिन व्रत करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.
गुरु प्रदोष व्रत – शत्रुओं को परास्त करने के लिए यह व्रत महत्वपूर्ण है.
शुक्र प्रदोष व्रत- यह व्रत सुख, समृद्धि और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए किया जाता है।
शनि प्रदोष व्रत – आमतौर पर यह माना जाता है कि यह व्रत पुत्र की प्राप्ति के लिए किया जाता है।

ज्योतिष आपको कर्ज से बाहर निकलने में मदद करने के लिए कुछ सुझाव देता है। भूम प्रदोष व्रत ऋण से मुक्ति के साथ-साथ अच्छे स्वास्थ्य में मदद करता है। इस व्रत को भूम प्रदोष व्रत या मंगल प्रदोष व्रत भी कहा जाता है। इसी के अनुसार आज (15 मार्च) भूम प्रदोष व्रत है। इस दिन कुछ ज्योतिषीय उपाय करने से आर्थिक संकट आ सकता है।