Monday, April 29th, 2024

शनिदोष से मुक्ति के लिए शनिवार को करें यह उपाय, मिलेगी शनि की कृपा

नवग्रहों में शनि को प्रभावशाली ग्रह माना जाता है। ज्योतिष के अनुसार शनि का प्रभाव व्यक्ति के जीवन पर पड़ता है। यदि कुंडली में शनिदोष हो तो व्यक्ति को जीवन में कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। शनिदोष दूर करने के लिए ज्योतिष शास्त्र में कुछ उपाय बताए गए हैं। इस उपाय को शनिवार के दिन करने से विशेष लाभ मिलता है। क्योंकि शनिवार का दिन शनिदेव और हनुमानजी की पूजा का होता है। भगवान शनि, जो न्यायी हैं, अच्छे कर्मों का अच्छा फल देते हैं। वहीं दूसरी ओर बुरे काम करने वालों को सजा भी देते हैं। शनिदेव की कृपा पाने वाला व्यक्ति सुखी हो जाता है। लेकिन हनुमानजी की कृपा से शत्रुओं का नाश होता है। शनिदेव और हनुमानजी की कृपा पाने के लिए शनिवार के उपाय लाभकारी होते हैं। आइए जानते हैं शनिवार के उपायों की जानकारी।

पिंपल के पेड़ की परिक्रमा
शनिदेव बहुत दयालु हैं। शनि देव उन भक्तों पर कृपा करते हैं जो उनकी भक्ति के साथ पूजा करते हैं। यदि आपके पास शनि की साढ़ेसाती या अन्य शनिदोष है तो शनिवार के दिन पिंपल के पेड़ को दोनों हाथों से स्पर्श करें और उसकी सात बार परिक्रमा करें। इस उपाय को हर शनिवार करने से बेहतर परिणाम मिलते हैं। पिंपल के पेड़ की परिक्रमा करते समय शनि मंत्र का जाप करना चाहिए।

कुत्ते को शहद खिलाएं
चूंकि शनिवार भगवान शनि और हनुमानजी को समर्पित है, इसलिए इस दिन दोनों देवताओं की एक साथ पूजा करनी चाहिए। एकासन से निकलने से पहले एक पोली को साफ प्लेट में निकाल कर अपने सामने रख लें। इसके बाद आपको प्रार्थना करनी चाहिए। मनोकामना करने के बाद किसी कुत्ते या काली गाय को छत्ता खिलाएं। इस उपाय को करने से रुके हुए काम शुरू हो जाएंगे।

मछली में आटे के गोले डालें
शनिवार के दिन शनिदेव के साथ हनुमान जी की भी पूजा करनी चाहिए। शनिवार की शाम मछली को आटे के गोले फेंके। फिर चींटियों को आटा खिलाएं। यह उपाय भगवान शनि और हनुमानजी की कृपा से प्रगति की ओर ले जाता है। अगर आप पर कर्ज है या आप अपने काम में तरक्की नहीं कर रहे हैं तो शनिवार के दिन यह उपाय करें।

दान करना
शनिवार के दिन शनिदेव को तेल अर्पित करना चाहिए। फिर हनुमानजी के सामने दीपक जलाना चाहिए। फिर काली वस्तु का दान करें। उड़द की दाल, काले वस्त्र, काले तिल आदि वस्तुओं का दान करें। इस उपाय को करने से आपको शनिदेव और हनुमान जी की कृपा प्राप्त होगी। इस उपाय से आपके शत्रु आपके प्रति शत्रुता का त्याग करेंगे।