भारत में रंगों का त्योहार होली (Holi Celebration) सभी राज्यों में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है. यह पर्व फागन मास के अंत और चैत्र मास की शुरुआत में मनाया जाता है। बहुत से लोग होली के त्योहार का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं और इस त्योहार के साथ खुशी और उत्साह जुड़ा हुआ है। यह पर्व जीवन में खुशियों के रंग भर देता है। इस प्रकार होली को पूरे देश में अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है, लेकिन कुछ शहर ऐसे भी हैं जहां होली को अनोखे तरीके से मनाया जाता है। होली की छुट्टियों में आप इन शहरों की सैर कर सकते हैं।
मथुरा-वृंदावन – मथुरा-वृंदावन में होली का उत्सव पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। इस होली को देखने के लिए विदेशी सैलानी भी यहां आते हैं। यहां होली 7 दिन पहले से शुरू हो जाती है। कृष्ण की मित्र राधा का जन्म स्थान मथुरा जिले का बरसाना माना जाता है। यहां की लट्ठमार होली भी प्रसिद्ध है
आनंदपुर साहिब – पंजाब के आनंदपुर साहब की होली भी बहुत प्रसिद्ध है। इस शहर की होली निराली है। इस होली में सिख समुदाय के लोग बड़ी संख्या में शामिल होते हैं। समारोह के दौरान मार्शल आर्ट, तलवारबाजी और कुश्ती के विभिन्न कौशल दिखाए जाते हैं।
उदयपुर – आप उदयपुर की शाही होली का भी लुत्फ उठा सकते हैं। उदयपुर में इस दिन राजमहल से मानेक चौक तक जुलूस निकाला जाता है। जुलूस राजस्थान के गौरव, गरिमा और गरिमा को दर्शाता है। जुलूस में हाथी और घोड़े शामिल हैं। वहीं राजस्थानी संगीत उत्सव को और रंगीन बना देता है। इतने बड़े पैमाने पर होली का जश्न शायद ही कहीं और देखने को मिले
शांति-निकेतन – बंगाली संस्कृति वाले शहर शांति-निकेतन में एक अलग तरह की होली देखने को मिलती है। इस होली की शुरुआत गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने की थी और आज भी यह त्योहार उसी पारंपरिक अंदाज में मनाया जाता है। अबील-गुलाल की पारंपरिक होली के अलावा यहां कई अनोखे सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। बाहर से आने वाले सैलानियों के आकर्षण का केंद्र हैं ये कार्यक्रम
पुष्कर – पुष्कर की होली राजस्थान में अनोखी और बहुत प्रसिद्ध है। होली के दिन यहां वराह घाट और ब्रह्मा चौक पर संगीत सुना जाता है और नृत्य किया जाता है। इस उत्सव को देखने के लिए बड़ी संख्या में विदेशी सैलानी उमड़ते हैं।