माँ दुर्गा नाम: माना जाता है कि देवी दुर्गा की पूजा करने से सभी सुख और समृद्धि आती है और सभी कठिनाइयों और परेशानियों से भी छुटकारा मिलता है। देवी दुर्गा को शक्ति भी कहा जाता है। देवी दुर्गा शक्ति का स्रोत हैं। इसलिए शास्त्रों में कहा गया है कि केवल मनुष्यों पर ही नहीं देवताओं पर भी संकट आने पर वे दुरहा देवी की शरण में आते हैं।
हिंदू शास्त्रों में देवी दुर्गा की पूजा का बहुत महत्व है। ‘दुर्गा सप्तशती’ का पाठ करने का लाभ सभी जानते हैं। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि देवी दुर्गा के विभिन्न नाम इतने शक्तिशाली हैं कि उनका जाप करने से सभी दुख दूर हो जाते हैं और सुख-समृद्धि आती है। अगर आप भी अपने सभी दुखों से मुक्ति पाना चाहते हैं और सुख-समृद्धि प्राप्त करना चाहते हैं तो आपको मां दुर्गा के 108 नामों का जाप करना चाहिए।
आइए पढ़ें मां दुर्गा की अष्टोत्तरशतनामावली:-
सती, साध्वी, भवप्रीता, भवानी, भवमोचनी, आर्या, दुर्गा, जया, आद्या, त्रिनेत्रा, शूलधारिणी, पिनाकधारिणी, चित्रा, चंद्रघंटा, महातपा, मन, बुद्धि, अहंकारा, चित्तरूपा, चिता, चिति, सर्वमंत्रमयी, सत्ता, सत्यानंदस्वरुपिणी, अनंता, भाविनी, भव्या, अभव्या, सदागति, शाम्भवी, देवमाता, चिंता, रत्नप्रिया, सर्वविद्या, दक्षकन्या, दक्षयज्ञविनाशिनी, अपर्णा, अनेकवर्णा, पाटला, पाटलावती, पट्टाम्बरपरिधाना, कलमंजरीरंजिनी, अमेयविक्रमा, क्रूरा, सुंदरी, सुरसुंदरी, वनदुर्गा, मातंगी, मतंगमुनिपूजिता, ब्राह्मी, माहेश्वरी, ऐंद्री, कौमारी, वैष्णवी, चामुंडा, वाराही, लक्ष्मी, पुरुषाकृति, विमला, उत्कर्षिनी, ज्ञाना, क्रिया, नित्या, बुद्धिदा, बहुला, बहुलप्रिया, सर्ववाहनवाहना, निशुंभशुंभहननी, महिषासुरमर्दिनी, मधुकैटभहंत्री, चंडमुंडविनाशिनी, सर्वसुरविनाशा, सर्वदानवघातिनी, सर्वशास्त्रमयी, सत्या, सर्वास्त्रधारिणी, अनेकशस्त्रहस्ता, अनेकास्त्रधारिणी, कुमारी, एककन्या, कैशोरी, युवती, यति, अप्रौढ़ा, प्रौढ़ा, वृद्धमाता, बलप्रदा, महोदरी, मुक्तकेशी, घोररूपा, महाबला, अग्निज्वाला, रौद्रमुखी, कालरात्रि, तपस्विनी, नारायणी, भद्रकाली, विष्णुमाया, जलोदरी, शिवदुती, कराली, अनंता, परमेश्वरी, कात्यायनी, सावित्री, प्रत्यक्षा और ब्रह्मावादिनी।