Thursday, May 2nd, 2024

कराची, पाकिस्तान में पंचमुखी हनुमान का मंदिर; मूर्ति का विशेष महत्व है

मुंबई, 01 फरवरी : अविभाजित भारत में एक हनुमान मंदिर विभाजन के दौरान पाकिस्तान चला गया। कराची शहर में स्थित इस पंचमुखी हनुमान मंदिर को बेहद चमत्कारी माना जाता है। यह मंदिर सबसे अलग और अनोखा है। कराची के इस हनुमान मंदिर का इतिहास काफी पुराना है। इस मंदिर में पंचमुखी हनुमान की मूर्ति हजारों साल पुरानी बताई जाती है।

कहीं-कहीं उल्लेख मिलता है कि एक बार भगवान राम भी इस स्थान पर आए थे। इस ऐतिहासिक मंदिर में भगवान हनुमान के दर्शन के लिए सुबह से शाम तक भक्तों की भीड़ लगी रहती है। माना जाता है कि यह पंचमुखी हनुमान मूर्ति इस मंदिर के स्थल से 11 मुट्ठी मिट्टी हटाने के बाद प्रकट हुई थी। इस मंदिर का 11 नंबर से गहरा संबंध है। मान्यता है कि इस मंदिर में हनुमान जी की 11 परिक्रमा करने से भक्तों के सारे संकट दूर हो जाते हैं और उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।

1882 में मंदिर का जीर्णोद्धार

मंदिर को कुछ हजार साल पुराना माना जाता है, लेकिन वर्तमान मंदिर का इतिहास 18वीं शताब्दी का है। 1882 में इस मंदिर का पुनर्निर्माण किया गया था।

पंचमुखी हनुमान मंदिर के आसपास घूमने की जगह

1. स्वामीनारायण मंदिर – कराची में भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को समर्पित एक मंदिर है जिसे स्वामीनारायण कहा जाता है।

2. माता मंदिर – कराची में हनुमान मंदिर से कुछ ही दूरी पर माता काली का मंदिर है