मुंबई: हर व्यक्ति की अच्छी और बुरी आदतें होती हैं। कभी ये आदतें लोगों के लिए अच्छी होती हैं तो कभी लोगों को परेशानी में डाल देती हैं। ऐसी ही एक आदत है बैठे-बैठे पैर हिलाना। कई लोगों की आदत होती है कि वे बैठे-बैठे लगातार अपने पैर हिलाते रहते हैं। लोग इसे सामान्य समझते हैं लेकिन ज्योतिष शास्त्र के अनुसार यह सामान्य नहीं बल्कि अशुभ होता है।
पैरों के हिलने का सीधा संबंध आपके स्वास्थ्य और धन से होता है। आइए जानते हैं इसके नुकसान।
बैठते या सोते समय पैर हिलाना न केवल एक बुरी आदत है बल्कि इसका ज्योतिष से भी गहरा संबंध है। शास्त्र के अनुसार ऊंचे स्थान जैसे खाट, कुर्सी, पलंग आदि पर बैठकर या सोते समय पैर हिलाने से कुंडली में चंद्रमा कमजोर होता है। ऐसे में चंद्रमा के अशुभ प्रभाव से जातक को मानसिक तनाव से गुजरना पड़ता है।
चन्द्रमा के अशुभ प्रभाव से जातक को किसी भी कार्य में शांति नहीं मिलती, आने वाले समय में उसे स्वास्थ्य या आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है। धन का खर्च बढ़ने लगता है।
बैठे-बैठे पैर हिलाने से लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे घर की बरकतें दूर हो जाती हैं और दरिद्रता घर करने लगती है।
अक्सर आपने लोगों को कहते सुना होगा कि खाना खाते वक्त पैर नहीं हिलाना चाहिए, लेकिन क्यों? इसके पीछे की वजह कोई नहीं जानता। लेकिन भोजन करते समय पैर हिलाना मतलब अन्नपूर्णा का अनादर करना और अन्नपूर्णा का अपमान करना यानी देवी लक्ष्मी का अपमान करना। नतीजतन, पूरे परिवार को पैसे और खाने का खामियाजा भुगतना पड़ता है।
ऐसा कहा जाता है कि पूजा के लिए बैठते समय पैर हिलाने से पूजा और उपवास अप्रभावी हो जाते हैं। क्योंकि यह आदत व्यक्ति की मानसिक क्षमता को कम कर देती है। ऐसे में व्यक्ति किसी भी मामले में निर्णय नहीं ले पाता है।
साइंस में भी फेरबदल को सेहत के लिए खराब आदत माना जाता है। वैद्यक शास्त्र में पैरों को हिलाने की आदत को रेस्टलेस लेग्स सिंड्रोम बताया गया है और यह एक गंभीर बीमारी है। इस रोग के कारण ह्रदय, किडनी, पार्किंसंस से संबंधित समस्याएं बढ़ जाती हैं। अगर आपको भी है ये आदत तो हो जाएं सावधान!