Sunday, May 5th, 2024

आज बजरंगबली की पूजा करते समय न करें ये गलतियां, महिलाएं रखें विशेष ध्यान!

16 अप्रैल 2022 यानि आज पूरे देश में हनुमान जयंती मनाई जा रही है. हिंदू कैलेंडर के अनुसार, हनुमान जयंती चैत्र महीने में शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। संयोग से यह दिन भी शनिवार को पड़ता है इसलिए आज का दिन विशेष है। भगवान राम के अनन्य भक्त बजरंगबली की जयंती का भी विशेष महत्व है। हनुमान जयंती के अवसर पर बजरंगबली की पूजा की जाती है। कहते हैं बजरंगबली की पूजा करने से कष्ट दूर होते हैं।

बजरंगबली बहुत दयालु और शक्तिशाली हैं। यदि हनुमान की कृपा आप पर हो तो आपके जीवन में सुख और धन कभी कम नहीं होगा। लेकिन बजरंगबली की पूजा करने में अगर आप एक छोटी सी गलती करते हैं तो आपको बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए इस साल हनुमान जयंती के मौके पर यह जानना बेहद जरूरी है कि बजरंगबली की पूजा करते समय किन गलतियों से बचना चाहिए।

महिलाओं को मूर्ति को नहीं छूना चाहिए –
बजरंगबली की पूजा करते समय ब्रह्मचर्य व्रत का कड़ाई से पालन करना होता है। बाल ब्रह्मचारी होने के कारण स्वयं हनुमान जी को घिन आती थी। इसलिए बजरंगबली की पूजा करते समय महिलाओं को अपनी मूर्तियों को नहीं छूना चाहिए।

गर्भवती हैं तो न करें पूजा-
किसी व्यक्ति की मृत्यु के मामले में, शोक मनाया जाता है। यह मृत्यु व्यक्ति की मृत्यु के 13 दिन बाद तक की होती है। ऐसे में जिनके घर में सूतक होता है उन्हें हनुमान जी की पूजा नहीं करनी चाहिए।

पूजा के लिए टूटी हुई मूर्तियों का प्रयोग न करें-
बजरंगबली की पूजा करते समय टूटी हुई मूर्तियों का प्रयोग न करें। अगर घर में टूटी हुई मूर्ति या बजरंगबली की फटी फोटो हो तो उसे तुरंत बहते पानी में प्रवाहित कर देना चाहिए।

इन गलतियों से भी बचें-
हनुमान जयंती के दिन कुछ खास बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इस दिन मांसाहारी मांस नहीं खाना चाहिए। साथ ही शराब का सेवन न करें। यौन संबंध न बनाएं। क्रोध में किसी का अपमान नहीं करना चाहिए।

पूजा के दौरान काले और सफेद कपड़े न पहनें-
बजरंगबली की पूजा करते समय काले या सफेद कपड़े पहनने से बचें। क्योंकि काले और सफेद रंग में पूजा करना अशुभ माना जाता है। इसलिए बजरंगबली की पूजा करते समय लाल या पीले रंग के वस्त्र धारण करने चाहिए।

दिन में न सोएं-
अगर आपने हनुमान जयंती के दिन व्रत रखा है तो दिन में सोने की गलती न करें। साथ ही नमक या दान की गई वस्तुओं का सेवन न करें।