Sunday, May 19th, 2024

Category: Hindu

शिव के 19 चमत्कारी अवतार हैं, आपको नहीं होगी यह जानकारी

प्रकृति या अस्तित्व के नियम और संतुलन को बनाए रखने के लिए, भगवान शिव ने विभिन्न युगों में कई अवतार लिए। कूर्म पुराण में शिव के 28 अवतारों के बारे में बताया गया है...

दो हजार साल पुरानी प्रेम कहानी से जुड़ी है मां बमलेश्वरी मंदिर

राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ में एक पहाड़ी पर मां बम्लेश्वरी का विशाल मंदिर स्थित है। करीब दो हजार साल पहले माधवनाल और कामकंदला की प्रेम कहानी वाली कामाख्या शहर का नवरात्रि में एक अलग...

आज है मौनी अमावस्या, जानिए स्नान-दान का विशेष महत्‍व

शास्त्रों में कार्तिक मास के समान ही माघ मास को पवित्र माना जाता है। इस महीने में पड़ने वाली अमावस्या को माघ अमावस्या या मौनी अमावस्या कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मौनी अमावस्या...

उज्जैन का महाकालेश्वर मंदिर – जहाँ पर है स्वयंभू, भव्य और दक्षिणमुखी शिवलिंग

महाकालेश्वर मंदिर भारत के बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है। यह मध्यप्रदेश राज्य के उज्जैन नगर में स्थित, महाकालेश्वर भगवान का प्रमुख मंदिर है। पुराणों, महाभारत और कालिदास जैसे महाकवियों की रचनाओं में इस...

माघी गणेश जयंती 2022 पूजा विधि और मुहूर्त

कोई भी शुभ कार्य करने से पहले गणपति की पूजा की जाती है। पौराणिक कथाओं के अनुसार गणपति का जन्म माघ मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था। हिंदू शास्त्रों के...

जानें, कौन से स्थान हैं शिव जी को सबसे प्रिय

वाराणसी को शिव की अत्यंत प्रिय नगरियों में से एक माना जाता है. यह उत्तर प्रदेश में स्थित है, और अपने घाटों के लिए विख्यात है. माना जाता है कि यह शिव के त्रिशूल...

हनुमानगढ़ी: जहां रामलला के दर्शन से पहले लेनी पडती है हनुमान जी की आज्ञा

अयोध्या को भगवान राम की नगरी कहा जाता है. ये मान्‍यता है कि यहां हनुमान जी सदैव वास करते हैं. इसलिए अयोध्‍या आकर भगवान राम के दर्शन से पहले भक्‍त हनुमान जी के दर्शन...

कैलाश मानसरोवर यात्रा के साथ चलेगा ‘क्लीन द हिमालया’ अभियान

नैनीतालः ऐतिहासिक कैलाश मानसरोवर यात्रा के साथ-साथ हिमालय को साफ करने का अभियान भी चलाया जाएगा। कैलाश यात्रा पर जाने वाले हिमालय दूत ‘क्लीन द हिमालया’ अभियान चलायेंगे। इस अभियान के तहत हिमालय में बिखरी...

यात्रा व तीर्थ एक साथ: द्वारिकाधीश के अलावा इन मंदिरों के भी दर्शन करें

भगवान श्रीकृष्ण की नगरी द्वारका के प्रति हिंदू धर्म में भक्तों की गहरी आस्था है। ऐसी मान्यता है कि मथुरा छोड़ने के बाद भगवान कृष्ण ने इसे अपने हाथों से इसे बसाया था। इस कारण...

इस मंदिर में हुआ था शिव-पार्वती का विवाह

उत्तराखंड: रुद्रप्रयाग में स्थित ‘त्रियुगी नारायण’ एक पवित्र जगह है, माना जाता है कि सतयुग में जब भगवान शिव ने माता पार्वती से विवाह किया था तब यह ‘हिमवत’ की राजधानी था. इस जगह पर...