मुंबई: तुलसी का पौधा लगभग हर घर में पाया जा सकता है। तुलसी के पौधे का धार्मिक महत्व तो है ही, आयुर्वेद में भी इसे विशेष पौधा माना जाता है। तुलसी को तुलसीमाता भी कहा जाता है। तुलसी को लेकर कई धार्मिक नियम बताए गए हैं। हिंदू धर्म में तुलसी का महत्वपूर्ण स्थान होने के कारण तुलसी के पौधे की देखभाल की जाती है। खासतौर पर तुलसी को छूने से पहले कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
आइए जानें तुलसी को छूने से जुड़े धार्मिक नियमों के बारे में। तुलसी को छूने से पहले इन बातों का रखें ध्यान – आमतौर पर सलाह दी जाती है कि सूर्यास्त के बाद या रात में पौधों को पानी न दें और न ही पत्तियां तोड़ें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, रात के समय, शाम को सूर्यास्त के बाद तुलसी को नहीं छूना चाहिए।
गंदे हाथ – तुलसी के पौधे को गंदे/अस्वच्छ हाथों से छूने से बचें। हाथ धोने के बाद ही तुलसी के पौधे को छुएं। अगर आप तुलसी की पूजा करना चाहते हैं तो नहाने के बाद ही करें। घर के देवताओं की पूजा किए बिना तुलसी की पूजा नहीं करनी चाहिए। तुलसी लाने का दिन अगर आप घर में ताजी तुलसी लाने जा रहे हैं तो उस दिन का भी ध्यान रखें।
ताजी तुलसी खरीदने के लिए गुरुवार का दिन सबसे अच्छा माना जाता है। गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। माना जाता है कि तुलसी भगवान विष्णु को प्रिय है इसलिए गुरुवार के दिन तुलसी लाना शुभ होता है।
किसी को भी तुलसी नहीं चढ़ानी चाहिए –
ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव और गणपति बप्पा को तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी की पूजा में तुलसी के पत्ते चढ़ाए जा सकते हैं।
तुलसी का पौधा कैसे लगाएं – तुलसी के पौधे को प्लास्टिक के गमले में लगाना उचित नहीं है। वास्तु के अनुसार तुलसी का पौधा मिट्टी के गमले में ही लगाना चाहिए। तुलसी चौथरा या तुलसी से भरे गमले पर हल्दी और नींबू के मिश्रण से श्री कृष्ण लिखना बहुत शुभ माना जाता है।